दिल्ली. बिहार के अगले मुख्यमंत्री भी नीतीश कुमार ही होंगे. बुधवार को पटना में जेडीयू विधायक दल की बैठक में उन्हें पार्टी का नेता चुना गया. इसके उपरांत एनडीए की बैठक में भी उन्हें सर्वसम्मति से राज्य का अगला मुख्यमंत्री चुन लिया गया. इससे पहले भाजपा विधायक दल की भी बैठक हुई, जिसमें सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को भाजपा ने विधायक मंडल का नेता और उप नेता चुना. पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान
में नीतीश गुरुवार को 10वीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. हालांकि देर शाम तक भाजपा और जदयू के बीच स्पीकर पद को लेकर तनातनी बनी रही. इसको लेकर भाजपा के एक नेता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं से बात कर रहे हैं. यह मामला मुख्यमंत्री के
JDU ने जीतीं 85 सीटें
यह चर्चा थी कि बिहार में भी भाजपा अपने महाराष्ट्र मॉडल को दोहरा सकती है जहां पर पूर्व में सीएम रहे एकनाथ शिंदे को चुनाव के बाद डिप्टी सीएम बना दिया गया. बिहार में भी इस मॉडल को दोहराने के पीछे यह तर्क दिया गया कि पिछली बार जेडीयू को मात्र 43 सीट हासिल हुई थी. जबकि भाजपा के पास 75 सीट थी. यह माना गया कि इस बार भी जेडीयू की कम सीट आएंगी लेकिन जेडीयू ने इस बार पहले से लगभग दोगुना प्रदर्शन करते हुए 85 सीटों पर जीत हासिल की जबकि भाजपा की 89 सीट आई. जब नीतीश की पार्टी की इतनी सीट आ गईं, उसके बाद भाजपा को अपनी योजना को नए सिरे से तैयार करना पड़ा.
शपथ ग्रहण समारोह से पहले हल कर लिया जाएगा.



