खोपड़े, राणा समर्थक भी हुए नाराज
नागपुर: रविवार को नागपुर के राजभवन में हुए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद एक और जहां अपने-अपने क्षेत्र के मंत्री बनने के बाद कार्यकर्ताओं का जल्लोष शुरू हो गया था, वहीं विदर्भ के नागपुर, भंडारा और अमरावती में समर्थक कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजी जताई है. भंडारा से विधायक नरेंद्र भोंडेकर को मंत्री नहीं बनाए जाने से उनके समर्थकों ने जहां नाराजी जताई है, वहीं भोंडेकर ने शिवसेना के उपनेता पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. अमरावती में राणा समर्थकों ने भी अपनीगहरी नाराजी जताई है. पूर्व नागपुर के विधायक कृष्णा खोपड़े को मंत्री नहीं बनाए जाने की वजह पूर्व नागपुर की पूरी कार्यकारिणी ने ही अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.अमरावती में राणा समर्थकों ने भी अपनी गहरी नाराजी जताई है. पूर्व नागपुर के विधायक कृष्णा खोपड़े को मंत्री नहीं बनाए जाने की वजह पूर्व नागपुर की पूरी कार्यकारिणी ने ही अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.
आठवले ने भी जताई नाराजी : रामदास आठवले ने बताया की उन्हें मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही उन्हें बुलाया जाता है. हमारी पार्टी ने महायुति के प्रत्याशियों को जिताने के लिए जी तोड़ मेहनत की. यही वजह है कि महायुति को भारी बहुमत मिला. लोकसभा के चुनाव में एक भी सीट नहीं दी. विधानसभा के चुनाव में भी वादा करने के बाद एक भी सीट नहीं दी. मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान एक एमएलसी व एक मंत्रीपद देने का आश्वासन दिया था, मगर ऐसा नहीं हुआ. हमारी पार्टी छोटी है, हमारे कार्यकर्ता उनकी पार्टी को बड़ा कर रहे हैं. वे हमें अपना भाई मानते ही नहीं.
खोपड़े समर्थकों ने लगाया अपमान का आरोप
पूर्व नागपुर के भाजपा विधायक कृष्णा खोपड़े को मंत्री नहीं बनाए जाने से पूर्व नागपुर भाजपा की पूरी कार्यकारिणी ने ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. पूर्व नागपुर मंडल के अध्यक्ष चैतराम सेलोकर ने बताया कि लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी को 74 हजार मतों की लीड मिली थी. विधानसभा के चुनाव में 1 लाख 15 हजार मतों से उनकी जीत हुई. बावजूद इसके उनका बार-बार अपमान किया जाता रहा है. विदर्भ में सर्वाधिक मत लेने में खोपड़े पहले नंबर पर और राज्य में सातवें नंबर पर थे. फिर उन्हें मौका नहीं दिया गया. इसलिए पूर्व मंडल के 365 बुथ प्रमुख, 36 अध्यक्ष, 29 आघाड़ी अध्यक्षों ने अपने पदों से इस्तीफा दिया है. किसी भी कार्यकर्ता ने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है.