उमरखेड : बीते 10 दिसंबर को परभणी में हुए संविधान के अपमान का असर कई जगहों पर देखने को मिल रहा है. जगह जगह आंदोलन किए जा रहे हैं. आंदोलनों की आंच उमरखेड में भी देखने को मिली. सैकड़ों की संख्या में संविधान प्रेमी पुरुष, महिलाएं और स्कूली बच्चे सड़कों पर उतर आये. 13 दिसंबर को लगभग 1 बजे स्थानीय संजय गांधी चौक पर संविधान की जय हो, संविधान का अपमान करने वाले को फांसी दो जैसे नारे लगाते हुए आधे घंटे तक लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर चौक से शुरू हुई विरोध रैली जब शहर के मुख्य मार्ग से होकर गुजर रही थी तब संजय गांधी चौक पर उक्त विरोध रैली चक्काजाम विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गयी, इस दौरान करीब आधे घंटे तक यातायात बाधित रहा. प्रदर्शनकारियों ने बड़े ही शांति से घटना का विरोध किया, यातायात व्यवस्था सुव्यवस्थित होने से शहरवासियों ने राहत की सांस ली और आंदोलनकारियों ने उपमंडल अधिकारी कार्यालय पहुंचकर निवेदन दिया. इस समय भीम टाइगर सेना के श्याम धुले, करण भरणे, कैलास कदम, सिद्धार्थ दिवेकर, आजाद समाज पार्टी के जोंटी विनकारे, देवानंद पाइकराव, रिपब्लिकन युवा सेना के प्रफुल्ल दिवेकर, गौतम नवसागरे, शुद्धोधन दिवेकर, वंचित बहुजन अघाड़ी के संबोधि गायकवाड़, वीरेंद्र खंडारे, सरोज देशमुख राहुल मोहितवार, सुधाकर लोमटे के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता पदाधिकारी और संविधान प्रेमी नागरिक महिलाएं और स्कूली छात्र मौजूद थे.