निकाय चुनाव : साथियों के सीट 20% कम करने की योजना
दिल्ली, महाराष्ट्र में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए भाजपा ने निकाय चुनावों में सहयोगी दलों की सीट 20 प्रतिशत से कम करने की योजना बनाई है. खासकर मुंबई, पुणे और नवी मुंबई में भाजपा अपने सहयोगियों की 10-18 प्रतिशत सीट कम करना चाहती है. इसके लिए कई तरह के आंकड़ों को एकत्रित किया जा रहा है. इसमें लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले वोट के साथ ही यहां पर जमीन पर भाजपा और सहयोगी दलों की संगठन ताकत का आंकड़ा शामिल है. सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने मुंबई को लेकर आकलन किया है कि यहां पर उसकी पकड़ सबसे मजबूत है. यहां पर उसके सहयोगी दलों, शिवसेना एकनाथ शिंदे और एनसीपी अजित पवार, का असर तो है. लेकिन वह सीमित क्षेत्रों में
है. जबकि मुंबई में भाजपा की उपस्थिति सभी जगह है. वह उन सीटों पर भी मजबूत है. जहां पर उसके सहयोगी दलों की उपस्थिति है. इनमें से कई क्षेत्रों में सहयोगी दल से अधिक मजबूत भाजपा का संगठन है. ऐसे में सहयोगी दलों के प्रभाव वाले क्षेत्रों में भी कई वार्ड ऐसे हैं. जहां पर सहयोगी से अधिक भाजपा ताकतवर है. जिसको लेकर सहयोगी दलों से बात की जाएगी. इसी तरह से नवी मुंबई में भी भाजपा का विस्तार काफी तेजी से हुआ है. यहां पर कई वार्ड ऐसे हैं. जहां पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों की लगभग एक-समान ताकत है. यहां पर दोनों लगभग 50-50 प्रतिशत ताकत रखते हैं. ऐसे में यह देखना होगा कि यहां पर कौन लंबे समय से सक्रिय है. जमीन पर अधिक संघर्ष किसका रहा है.



