भंडारा : मानव मेटाप्युमोवायरस (Human Metapneumovirus – HMPV) एक सामान्य श्वसन विषाणु है, जो श्वसन मार्ग के ऊपरी भाग में संक्रमण का कारण बनता है. यह एक मौसमी रोग है, जो सामान्यतः सर्दी और गर्मी के मौसम की शुरुआत में उत्पन्न होता है. इस विषाणु का पहली बार 2001 में नीदरलैंड में पता चला था. वर्तमान में चीन में Human Metapneumovirus (HMPV) के प्रकोप की खबरें आ रही हैं. मानव मेटाप्न्युमोवायरस (HMPV) तीव्र श्वसन संक्रमण का एक प्रमुख कारण है. HMPV के लक्षण खांसी, सर्दी, बुखार, गला खराब होना, सांस लेने में कठिनाई आदि है. HMPV हवा के कणों के माध्यम से फैलता है. जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो यह विषाणु हवा में फैलता है और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरों में भी फैल सकता है. जब आपको खांसी या छींकें आ रही हों, हाथ मिलाना, टिश्यू पेपर और रुमाल का पुनः उपयोग करना, बीमार व्यक्तियों के साथ नजदीकी संपर्क, आंखों. नाक और मुंह को बार-बार छूना. सार्वजनिक स्थानों पर थूकना, डॉक्टर की सलाह के बिना दवाई लेना (सेल्फ मेडिकेशन) न करें. चीन से आए नए विषाणु Human Metapneumovirus (HMPV) के बारे में रिपोर्ट्स चिंता का विषय नहीं हैं. इस बारे में आवश्यक सतर्कता बरती जा रही है, और बिना किसी कारण के डर का माहौल उत्पन्न करने की आवश्यकता नहीं है” ऐसा आह्वान जिला अधिकारी डॉ. संजय कोलते ने किया है. तो अपना मुंह और नाक रुमाल या टिश्यू पेपर से ढकें, साबुन और पानी या अल्कोहल आधारित सैनिटाइज़र से अपने हाथों को बार-बार धोएं, बुखार, खांसी और छींक आ रही हो तो सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें, भरपूर पानी पिएं और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें, संक्रमण को कम करने के लिए सुनिश्चित करें कि सभी स्थानों पर उचित वेंटिलेशन (वायु संचलन) हो.