ई-बस की जगह लाल बसें बढ़ाने की मांग
भंडारा . कोविड-19 के बाद स्कूल शुरू होने से ग्रामीण इलाकों के छात्रों को शहर की स्कूली संस्थाओं तक पहुंचने के लिए एसटी बसें ही एकमात्र साधन हैं. लेकिन बसों की कमी और नई बसों के रूट के गलत निर्धारण के कारण कई मार्गों पर यात्री परेशान हो रहे हैं. वर्तमान में हिरकणी और ई-बसें लंबी दूरी के रूट पर चलाई जा रही हैं, जबकि मांग के अनुसार लाल बसों की संख्या में कमी है. इससे हजारों छात्रों को भारी कठिनाई हो रही है. भंडारा जिले में एसटी बसों से प्रतिदिन लगभग 22,000 यात्री यात्रा करते हैं. इनमें से करडी, अडयाल, मोहाड़ी और खात रोड रूट पर सुबह के समय छात्रों की भीड़ काफी ज्यादा रहती है. वरठी रूट पर रेलवे स्टेशन जाने वाली बसों में भी यात्रियों की भारी संख्या देखी जाती है. छात्रों को बस के दरवाजे पर लटककर सफर करना पड़ता है, जो बेहद खतरनाक है छात्रा साहिली झंझाड़े ने बताया कि छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए यह जरूर है कि एसटी इस समस्या का तुरंत समाधान करें. महिलाओं और विकलांग नागरिकों के लिए इन भीड़भाड़ वाली बसों में यात्र करना लगभग असंभव हो गया है. दैनिक यात्रियों और छात्रों ने एसर्ट विभाग से मांग की है कि इन मार्गों पर बसे की संख्या बढ़ाई जाए. लाल बसें ग्रामीण और छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ज्यादा उपयुक्त हैं, इसलिए हिरकर्ण और ई बसों के बजाय इन मार्गों पर लाल बसों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करना जरूर है ताकि वे सुरक्षित और समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.