जादूटोना की आशंका में बुजुर्ग दम्पति की पिटाई
गोंदिया : ग्रामीण इलाकों में व्याप्त अंधविश्वास कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जादूटोने के कारण कई जगहों पर दुर्व्यवहार, मारपीट और हत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं. पुलिस भी ऐसे मामलें दर्ज कर मुक्त हो जाते है. लेकिन जादूटोना एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को सजा देने की हिम्मत नहीं कर पाते. जिससे आरोपियों का अहंकार बढ़ता जा रहा है और उनमें अंधविश्वास का कीड़ा जड़ जमाता जा रहा है. ऐसी ही एक घटना तिरोड़ा तहसील के चिरेखनी गांव में घटित हुई. नामदेव मार्कंड पारधी (65) अपनी दो पत्नियों सुभद्रा और कारणबाई के साथ ग्राम चिरेखनी में रहता हैं. 27 अक्टूबर को रात 10 बजे आरोपी मुन्ना उर्फ संतोष गुलाब रहांगडाले (45) और सुन्ना उर्फ प्रमोद रहांगडाले (42) नामदेव पारधी के घर के सामने आए और कहने लगे कि तुम्हारे कारण मेरे बेटे की मौत हो गई. नामदेव ने कहा, मैंने आपके बेटे के साथ क्या किया है? उन्होंने पूछा कि मेरे कारण ताहारा पत्र कैसे मर गया इस पर सत्ता और सुन्ना दोनों ने नामदेव पारधी के साथ गालीगलौज की और लाठी से पीठ व सिर पर प्रहार किया. वहीं पिंटू उर्फ सतीश गुलाब रहांगडाले ने उसके साथ धक्का- मुक्की की. पुलिस ने मामला दर्ज किया. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर नामदेव पारधी ने शनिवार को उपविभागीय पुलिस अधिकारी, जिलाधीश और पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन भेजा. उसमें कहा गया है कि तिरोड़ा पुलिस ने मेरे बयान के मुताबिक मामला दर्ज नहीं किया है. वहीं उसमें से तुने मेरे लड़के पर जादूटोना किया है, इसलिए मेरे लड़के की मौत हो गई, यह आरोपियों की मुंह की बात पुलिस ने गायब कर दी तथा जादूटोना अधिनियम के तहत कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. उन्होंने मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए.