मुख्यमंत्री फडणवीस की मंत्रियों को चेतावनी
मुंबई: महाराष्ट्र की महायुति सरकार का बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार रविवार को संपन्न हुआ. नागपुर स्थित राजभवन में राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने 39 नए मंत्रियों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. महायुति के 230 विधायकों में 43 को मंत्री बनाने का अधिकार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास है लेकिन तीन दलों के गठबंधन वाली सरकार और समर्थक विधायकों की संख्या अधिक होने के कारण निर्णय लेने की कड़ी चुनौती मुख्यमंत्री और उनके प्रमुख सहयोगीनेताओं के समक्ष थी. ऐसे में सीएम फडणवीस ने मंत्री बनने से वंचित रहे विधायकों को सांत्वना देनेवाला संदेश दिया है. फडणवीस ने विधायकों से अपने क्षेत्र में मन लगाकर काम करने को कहा है. ताकि ढाई साल बाद मंत्रियों और विधायकों के कामों की समीक्षा के बाद उन्हें मौका मिल सके. फडणवीस का यह संदेश मंत्री बनाए गए नेताओं के लिए चेतावनी भी माना जा रहा है. नागपुर में मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के उपरांत महायुति सरकार की पहली कैबिनेट बैठक हुई.
इसमें मुख्यमंत्री फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार मौजूद थे. शपथ ग्रहण के बाद दावा किया जा रहा है कि तीनों पार्टियों के नवनियुक्त मंत्री सिर्फ ढाई-ढाई साल तक ही मंत्री पद पर रह पाएंगे. पता चला कि इस संबंध में उनसे सीधे तौर पर शपथ पत्र लिखवाया गया है. इस बारे मुख्यमंत्री फडणवीस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कई लोगों में क्षमता होती है, इच्छा होती है, इसलिए पार्टी तय किया है कि जो काम करेगा वही आगे बढ़ेगा. तीनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने तय किया है कि ढाई साल बाद हम मंत्रियों के कामकाज का ऑडिट करेंगे, अगर काम ठीक नहीं रहा तो उस पर पुनर्विचार किया जायेगा. विपक्ष के नेता के बारे में फडणवीस ने कहा, विधान सभा अध्यक्ष इस पद को लेकर कानून और नियमों के मुताबिक फैसला लेंगे.