जिले में शिक्षकों के 563 पद रिक्त
विद्यार्थियों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
भंडारा
जिला परिषद की शालाओं में शिक्षकों के सैकड़ों पद रिक्त है। इसका प्रभाव विद्यार्थियों के अध्ययन पर पड़ रहा है। केंद्रप्रमुख, मुख्याध्यापक, स्नातक शिक्षक तथा सहायक शिक्षकों के कुल 563 पद रिक्त है। जिले की 33 शालाएं ऐसी हैं, जहां शिक्षक नहीं है। प्रभारियों के भरोसे काम चल रहा है। वहीं 161 शालाओं में केवल एक शिक्षक है। शिक्षकों के स्थानांतरण तथा सेवानिवृत्ति के बाद यह समस्या निर्माण हुई है। वहीं, पद भर्ती प्रक्रिया धीमी चल रही है। ऐसे में पालकों की चिंता बढ़ गई है।
जिला परिषद के शिक्षकों की स्थानांतरण प्रक्रिया तकनीकी कारणों से लंबित हुई। ऑनलाइन पोर्टल द्वारा 399 शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया पूर्ण हुई, लेकिन स्थानांतरण पूरा होने के बाद भी शिक्षकों को नियुक्ति आदेश नहीं मिला। ऐसे में शिक्षकों में संभ्रम निर्माण हुआ है। मन चाही शाला नहीं मिलने से शिक्षकों ने नाराजगी व्यक्त की है। भंडारा तहसील में स्थानांतरण के बाद 53 शिक्षक तहसील में आएंगे। जबकि 13 शिक्षक अन्य स्थानों पर जाएंगे। पवनी तहसील में 36 शिक्षक जाएंगे जबकि 12 शिक्षक बाहर से आएंगे। लाखांदुर तहसील से 24 शिक्षक बाहर जाएंगे, जबकि 11 शिक्षक आएंगे।
तुमसर से 22 शिक्षक बाहर जाएंगे। जबकि 11 शिक्षक आएंगे। केवल मोहाड़ी और साकोली तहसील में स्थानांतरण के बाद आने और जाने वाले शिक्षक समान है। जिला परिषद शालाओं में शिक्षकों के रिक्त पदों से शाला समिति, पालक एवं स्थानीय प्रतिनिधियों ने नाराजगी व्यक्त की है। शिक्षकों की नई भर्ती तथा स्थानांतरण पर फिर से विचार करने की मांग हो रही है।
शिक्षकों की नियुक्ति जरूरी
शिक्षा विभाग (प्राथमिक) के शिक्षाधिकारी रवींद्र सोनटक्के के अनुसार स्थानांतरण के बाद स्थिति बदली है, लेकिन नई भर्ती प्रक्रिया के बाद समस्या कम हो जाएगी। वहीं, शिक्षक संगठनाओं के अनुसार स्थानांतरण के बाद शिक्षकों को सेवा आस्थापना पर रखना अनुधित है। जिन शालाओं में शिक्षक नहीं वहां पर तत्काल शिक्षकों की नियुक्ति करना जरूरी है।



