भायखला में अब नहीं बनेगा ‘उर्दू भवन’
मुंबई. नगर निकाय चुनाव की घोषणा से पहले बीएमसी प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यकाल में लिए गये एक और फैसले को रद्द कर दिया. भायखला क्षेत्र में प्रस्तावित ‘उर्दू भवन’ परियोजना को बीएमसी ने रद्द कर दिया है. इस परियोजना के लिए राज्य के कौशल्य विकास विभाग को पूर्व में दिए गए लगभग 4 करोड़ रुपये बीएमसी ने वापस वसूल लिए हैं. शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के शासनकाल में उर्दू भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस भवन का निर्माण शुरू किया गया था, लेकिन हाई कोर्ट में याचिका दायर होने के बाद कार्य रोक दिया गया. अब बीएमसी ने यह भूमि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के लिए देने का निर्णय लिया है. भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि भायखला क्षेत्र में पहले से 12 उर्दू स्कूल हैं, ऐसे में आईटीआई से युवाओं को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. बीएमसी ने 44 लाख रुपये का बकाया किराया भी वसूल किया है.



