बड़े हनुमान की प्रतिमा 20 फीट लम्बी है. यह मंदिर हिन्दुओं के लिए अति श्रद्धा का केंद्र और दर्शनीय है. यहां मंगलवार और शनिवार को भारी भीड़ उमड़ती है. संगम में स्नान करनेवाले श्रद्धालु यहां दर्शन करना नहीं भूलते. मंदिर के गर्भगृह में हनुमान जी की मूर्ति स्थपित है जो मंदिर के 8.10 फीट नीचे है. बात यह 1582 की है, जब, मगध, अवध और बंगाल सहित पूर्वी भारत में चल रहे विद्रोह पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अकबर एक जगह की तलाश कर रहा था. बादशाह अकबर के विशेषज्ञ अपनी पूरी कोशिश कर चुके थे. मगर हनुमान जी की प्रतिमा टस से मस नहीं हो रही थी. इस जद्दोजहद के बाद हर एक इंसान ने अपनी हार मान ली थी.