निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार को सोमवार को नया मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया है। वह मुख्य निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले अधिकारी हैं। उनका कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक रहेगा, जिसके कुछ दिन बाद निर्वाचन आयोग अगले लोकसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है।
हरियाणा कैडर के 1989 बैच के आईएएस अधिकारी विवेक जोशी को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया है। कुमार 26वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान इस वर्ष के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और 2026 में केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे।
कुमार केरल कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और अयोध्या से जुड़े मामलों की देखरेख की है। इसके अलावा, उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में भी सेवाएं दी हैं। उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्च-स्तरीय समिति द्वारा की गई है।
वहीं, सुखबीर सिंह संधू उत्तराखंड कैडर के 1988 बैच के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। वह उत्तराखंड के मुख्य सचिव पद पर रह चुके हैं और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
कुमार और संधू की नियुक्ति मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के संबंध में हाल ही में लागू नए कानून के तहत की गई है। इससे पहले, चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति को लेकर बनी तीन सदस्यीय समिति में विपक्ष के एकमात्र सदस्य कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे, यह कहते हुए कि शॉर्टलिस्ट किए गए अधिकारियों के नाम उन्हें पहले नहीं बताए गए थे।
कुमार के कार्यकाल के दौरान, निर्वाचन आयोग को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 और 2026 में केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों की तैयारी करनी होगी। इसके अलावा, उनका कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक रहेगा, जिसके कुछ दिन बाद निर्वाचन आयोग अगले लोकसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है।