मंत्री माणिकराव कोकाटे के बयान पर विवाद, फसल बीमा योजना पर उठे सवाल
महाराष्ट्र की महायुति सरकार में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार गुट के कैबिनेट मंत्री माणिकराव कोकाटे अपने एक बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। उन्होंने कहा कि आजकल भिखारी भी एक रुपए नहीं लेते, जबकि सरकार किसानों को मात्र एक रुपए में फसल बीमा योजना का लाभ दे रही है। उनके इस बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं।
अमरावती में कृषि प्रदर्शनी के दौरान दिया बयान
मंत्री कोकाटे शुक्रवार को अमरावती में एक कृषि प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही एक रुपए वाली फसल बीमा योजना किसानों के लिए लाभकारी है, लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस योजना का सही लाभ सिर्फ वास्तविक किसानों को ही मिलना चाहिए, न कि अन्य व्यक्तियों को।
फसल बीमा योजना में सुधार की संभावना
जब कोकाटे से पूछा गया कि क्या सरकार एक रुपए वाली फसल बीमा योजना को बंद कर 100 रुपए वाली योजना शुरू करने पर विचार कर रही है, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार इस योजना को बंद नहीं करना चाहती। हालांकि, इसमें हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए कुछ अहम निर्णय लिए जाएंगे।
विवाद और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
कोकाटे के इस बयान पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विपक्षी दलों ने इसे किसानों के प्रति असंवेदनशील बताया और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। वहीं, सत्तारूढ़ दल के समर्थकों का कहना है कि कोकाटे का बयान गलत लाभ उठाने वालों के खिलाफ है, न कि किसानों के खिलाफ।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस योजना में सुधार के लिए क्या कदम उठाती है और कोकाटे के बयान पर बढ़ते विवाद का क्या असर पड़ता है।