जवाहरनगर आयुध कारखाने में श्रमिक सुरक्षा पर कार्यशाला आयोजित
पिछले महीने जवाहरनगर आयुध कारखाने में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद प्रशासन ने औद्योगिक और श्रमिक सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। जिला प्रशासन और औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य निदेशालय के सहयोग से जिला नियोजन सभागृह में श्रमिक सुरक्षा पर एक विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
श्रमिकों की सुरक्षा पर जागरूकता अभियान
इस कार्यशाला का उद्देश्य कारखाने या कार्यस्थल पर दुर्घटना के दौरान आवश्यक उपायों की जानकारी देना था। कार्यशाला में रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर स्मिता बेलपत्रे, अपर पुलिस अधीक्षक ईश्वर कातकड़े, औद्योगिक सुरक्षा विभाग के संयुक्त संचालक सचिन चौधरी, और श्रम विभाग के सहायक आयुक्त राजदीप धुर्वे उपस्थित थे।
रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर स्मिता बेलपत्रे ने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा, कल्याण और स्वास्थ्य प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह कार्यशाला संभावित दुर्घटनाओं और स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने के प्रयास का एक हिस्सा है।
सुरक्षा उपकरणों और आपातकालीन उपायों पर जोर
अपर पुलिस अधीक्षक ईश्वर कातकड़े ने कार्यस्थलों पर सुरक्षा उपकरणों के उचित उपयोग और आपातकालीन निकास मार्गों की अनिवार्यता पर मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपस्थिति रजिस्टर दर्ज करना आवश्यक है।
कार्यक्रम का संचालन और सहभागिता
कार्यक्रम का संचालन औद्योगिक विभाग की पल्लवी गम्पावार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन अभिषेक नामदास ने दिया। कार्यशाला में जिले के विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि, श्रमिक एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
निष्कर्ष
इस कार्यशाला के माध्यम से प्रशासन ने औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। यह पहल भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने और श्रमिकों के सुरक्षित कार्य वातावरण को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
