महाराष्ट्र में लाडली बहन योजना के तहत महिला लाभार्थियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए शुरू की गई थी, जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर थीं और जिन्हें सरकार की ओर से सहायता की आवश्यकता थी। इस योजना के तहत महिलाओं को प्रतिमाह राशि दी जाती है, ताकि वे अपने जीवन को बेहतर बना सकें और अपने परिवारों के लिए आवश्यक वस्त्र, भोजन, और अन्य जरूरतों का प्रबंध कर सकें।
हालांकि, इस योजना के लाभार्थियों में से कुछ ने इसका गलत उपयोग किया। कई महिलाओं ने अयोग्य होते हुए भी इस योजना का लाभ उठाया और सरकार से पैसे प्राप्त किए। अब महाराष्ट्र सरकार ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और इस योजना के तहत प्राप्त राशि की जांच शुरू की है। राज्य सरकार के अनुसार, 14 महिलाओं ने लाडली बहन योजना की राशि को गलत तरीके से प्राप्त किया था और अब इन महिलाओं को वह राशि वापस करनी होगी।
राज्य सरकार ने उन महिलाओं से राशि वापस करने का निर्णय लिया है, जिनके पास योजना के तहत मिलने वाली राशि के लिए कोई वैध कारण नहीं था। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन 14 महिलाओं को फरवरी महीने के बाद आठवीं किस्त का भुगतान नहीं किया जाएगा, और उन्हें पहले मिली राशि को वापस करना होगा।
यह कदम राज्य सरकार की ओर से एक कड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है, जिससे यह संदेश दिया जा रहा है कि भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामलों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई से यह उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोकने के लिए और भी सख्त उपाय किए जाएंगे।