भंडारा : चिकला गांव के छोटे से नील चौधरी चार दिन लगातार गायब होने के बाद जंगल में सुरक्षित मिलता हैं. इस दौरान चल रही खोज मुहिम और जांच में कुछ ऐसी घटनाएं घटीं, जिन्होंने खुद पुलिस विभाग को विचार में डाल दिया. गोबरवाही पुलिस स्टेशन के थानेदार विनोद गिरी की अचानक विभागीय तबदले से यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है. अब थाने की कमान पुलिस निरीक्षक शरद शेवाले के हाथों में आ गई है. इस कारण, नए पुलिस निरीक्षक से स्थानीय लोग नील के मामले का खुलासा होने की उम्मीद कर रहे हैं. शेवाले की भंडारा मुख्यालय से गोबरवाही में तैनाती हुई है और इस मामले को एक सप्ताह हो चुका है. चूंकि स्थानांतरण स्थानीय है, इसलिए नील के मामले को संभालने में शेवाले को नए सिरे से अध्ययन की जरूरत नहीं होगी. सभी की नजरें इस बात पर होंगी कि शेवाले घटना के सभी पहलुओं पर ध्यान देंगे या अर्चना राऊत मामले की तरह नील के मामले पर भी सवालिया निशान लगा देंगे. नील सुरक्षित मिल गया, लेकिन चिकला गांव में कम उम्र के बच्चों की संख्या, कामकाजी माता-पिता, जंगल से घिरे इलाके और दिन के समय निर्जन होने वाली बस्ती के कारण गांव में अज्ञात आरोपियों के बारे में विचार करने से आक्रोश फैल गया है. इस वजह से गांव में पुलिस की लगातार गश्त हो रही है. बता दे कि गोबरवाही थाने की तरह, तुमसर और सिहोरा में भी पुलिस अधिकारियों के विभागीय तबदले किए गए हैं. तुमसर पुलिस स्टेशन में साकोली के संजय गायकवाड और सिहोरा में भंडारा के विजय कसोदन का तबादला हुआ है.