दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक का नया दिशा निर्देश लागू हो गया है, जिसके तहत 3 तरह के बैंक खाते बंद किए जाएंगे. इसमें डॉरमेंट खाता, निर्षक्रय खाता और शून्य बैलेंस वाला खाता शामिल है. आरबीआई के इस पहल का उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना, धोखाधड़ी कम करना और बैंकिंग परिचालन में सुधार करना है. जिन खातों में लगातार 2 साल या उससे ज्यादा समय तक कोई लेन-देन नहीं हुआ है, उन्हें डॉरमेंट अकाउंट की श्रेणी में रखा जाता है. ये खाते हैकिंग और धोखाधड़ी की गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं. इसको देखते हुए आरबीआई ने बैंकों को इस श्रेणी में शामिल खातों को बंद करने का निर्देश दिया है. निष्क्रय खाते वे खाते हैं जिनमें पिछले 12 महीने या उससे ज्यादा समय से कोई लेन-देन नहीं हुई है. अगर किसी खाताधारक ने इस अवधि के दौरान कोई लेन-देन नहीं किया है, तो उन्हें अपनी बैंक शाखा से संपर्क करना होगा. अपने खाते को फिर से सक्रिय करने के लिए जरूरी कदम उठाने होंगे. ऐसा नहीं करने पर बैंक उनके खाते को बंद कर देगा. जिन खातों में लंबे समय तक शून्य शेष राशि बनी रहती है, उन्हें जीरो बैलेंस अकाउंट कहा जाता है.