गोंदिया : रियायती दरों पर यात्रा करने वाले छात्र, वरिष्ठ नागरिकों को एसटी यात्रा के लिए स्मार्ट कार्ड दिए गए. लेकिन, निगम का हाईटेक प्रबंधन फेल हो गया है. यात्रा करने वाले छात्रों को फिर से कागजी पास दिए जा रहे हैं. इससे छात्रों के साथ यात्रियों में भी नाराजगी व्यक्त की जा रही है. एसटी से यात्रा करते समय वरिष्ठ नागरिकों को तहसील कार्यालय से प्राप्त वरिष्ठ नागरिक प्रमाण पत्र के आधार पर एसटी रियायत मिल रही थी. इसके बाद आधार कार्ड के जरिये छूट देना शुरू कर दिया, लेकिन, इस कार्ड के साथ लेन-देन करते समय गुम होने का डर अधिक था. सखराब होने की भी आशंका थो. एसटी निगम ने 65 वर्ष की आयु पूरी कर चुके वरिष्ठ नागरिकों को पहचान पत्र के रूप में स्मार्ट कार्ड जारी करने का निर्णय लिया है. जिले के प्रत्येक बस डिपो के आरक्षण कक्ष में इसके लिए अलग व्यवस्था शुरू की गई है. स्मार्ट कार्ड पंजीकरण के एक से दो माह बाद स्मार्ट कार्ड जारी करने की व्यवस्था की गई. एसटी निगम की इस पहल को वरिष्ठ नागरिकों से प्रतिसाद मिलना शुरू हो गया. जिले के एसटी बस डिपो के आरक्षण कक्ष में स्मार्ट कार्ड रजिस्ट्रेशन के लिए भीड़ लगने लगी. वरिष्ठ नागरिकों को स्मार्ट कार्ड के आधार पर यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई गई. एसटी और अन्य पास धारक यात्रियों से यात्रा करने वाले छात्रों को स्मार्ट कार्ड देना भी शुरू किया. कागजी पास के स्थान पर स्मार्ट कार्ड आने से छात्र और अन्य यात्री भी खुश थे. लेकिन पिछले साल से यह योजना फेल होने की तस्वीर सामने आ रही