माओवादी ने किया आत्मसमर्पण
गोंदिया : जिला पुलिस द्वारा चलाई जा रही नक्सल विरोधी अभियान व शासन की आत्मसमर्पण योजना के सुवर्ण संधि का लाभ उठाकर 26 दिसंबर को खूंखार नक्सली (माओवादी) ने पुलिस के समक्ष आत्मसर्मपण कर समाज की मुख्यधारा में आने का कार्य किया है. इस माओवादी पर 7 लाख रु. का इनाम था. जिस माओवादी ने पुलिस के समक्ष आत्मसर्पण किया उसका नाम बीजापुर (छ.ग.) जिले के ऊसुर तहसील के गुंडम सुटबाईपारा, बासागुडा निवासी देवा उर्फ अर्जुन उर्फ राकेश सुमडो मुडाम, (27) बताया गया है. वो (सदस्य तांडा दलम, मलाजखंड दलम, पामेड प्लाटून- 9/ प्लाटून पार्टी कमिटी मेंबर) पदों पर रहा है. आत्मसमर्पित माओवादी देवा उर्फ अर्जुन उर्फ राकेश के नक्सली गतिविधियों को छोड़ समाज के मुख्यधरा में वापस आने पर जिलाधीश प्रजीत नायर, पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे, अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद झा ने उसके इस कदम की सराहना कर उसे पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया. आत्मसर्पित नक्सली देवा उर्फ अर्जुन 2014 से 2019 तक नक्सली संगठन में रहते हुए टिपागड फायरिंग (जिला गड़चिरोली), झिलमिली काशीबहरा बकरकट्टा फायरिंग (जि. राजनांदगाव, छ.ग.), झिलमिली/ मलैदा फॉरेस्ट कर्मचारी से मारपीट व चौकी जलाना, (जि. राजनांदगाव, छ.ग.), हत्तीगुडा/घोडापाठ फायरींग (जि. राजनांदगाव, छ.ग.), किस्टाराम ब्लास्ट (जि. सुकमा, छ.ग.), पामेड फायरींग (जि. बिजापुर, छ.ग.) आदि अपराध में शामिल होने की जानकारी दी. देवा ने 2014 में उठाया हथियार आत्मसमर्पित माओवादी देवा ने वर्ष 2014 में पामेढ़ दलम (दक्षिण बस्तर) जिला बीजापुर में भर्ती होकर हथियार उठाया. 2014 में ही उसने अबूझमाड़ में बाई महीने की ट्रेनिंग लिया और उसके बाद 2015 में माओवादियों के बस्तर एरिया में MMC (महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़) जोन में भेजा गया. MMC में आते ही दलम सदस्य के साथ में 2016 से 2017 तक मलाजखंड दलम में काम किया. पश्चात मलाजखंड एरिया के डीवीसीएम चंदू उर्फ देवचंद का बॉडीगार्ड बनाया गया. 2018 में उसे वापस दक्षिण बस्तर में भेजा गया. 2018-19 में (माओवादी संगठन छोड़ने तक) वो पामेड प्लाटून क्र. 9 में प्लाटून दलम का सदस्य रहा.