दोनों के दाम अभी स्थिर, थोक बाजार में दाम बढ़ने की संभावना
भंडारा : जनवरी महीने में मकर संक्रांति का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है. इस मौके पर ‘तिल गुड़ लो, मीठा बोलो’ कहते हुए एक-दूसरे को तिल-गुड़ दिवा जाता है. इसके लिए तिल की वड़ियां, तिलपट्टी और अन्य खाद्य पदार्थों के साथ गुड़ की खास मांग रहती है. इसी पृष्ठभूमि में तिल के थोक बाजार में दाम बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. व्यापारियों के अनुसार अगले महीने चीनी के दाम बढ़ सकते हैं, जिससे तिल के दाम भी प्रभावित होंगे. ऐसे में संक्रांति पर महंगाई से बचने के लिए अभी तिल खरीदना फायदेमंद हो सकता है. संक्रांति से पहले फिलहाल तिल के दाम स्थिर बने हुए हैं, लेकिन आने वाले दिनों में इसमें बढ़ोत्तरी की आशंका है. खुदरा बाजार में तिल की वड़ियों के दाम 150 से 250 रुपये प्रति किलो के बीच हैं. तिल और गुड़ की खरीदारी अभी करना लाभदायक होगा, क्योंकि संक्रांति के समय इनकी कीमतें बढ़ सकती हैं. इस साल गुड़ के दाम स्थिर बने। हुए हैं, जिससे तिल-गुड़ बड़ी 150 से 250 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रही है. हालांकि, बाजार के जानकारों का कहना है कि चीनी की कीमतों में बढ़ोत्तरी होने पर तिल के दाम भी बढ़ सकते हैं. संक्रांति के अवसर पर तिलगुड़ बड़ी, रेवड़ी और कटे तिल जैसे उत्पादों की खरीदारी जोर-शोर से होती है. लोग इन्हें खरीदकर ‘तिल गुड़ लो, मीठा बोलो’ के संदेश के साथ प्रेमभाव बढ़ाते हैं. व्यापारियों का कहना है कि संक्रांति से पहले तिल-गुड़ खरीदने से महंगाई का असर कम किया जा सकता है.