सिहोरा परिसर में कृषि पर निर्भर वाले किसान पूरी तरह हताश हो गए हैं. इस एरिया में खेती के अलावा रोजगार के अन्य कोई साधन नहीं रहने से किसान हमेशा चितिंत रहते आए हैं. इन किसानों ने फसल पर कर्जा ले रखा है. सिहोरा क्षेत्र में बेमौसम बारिश का कहर काफी तेज रफ्तार से अपना असर दिखा रहा है. पिछले दो माह से हर दो चार दिन में बारिश अपना असर दिखाती है. नतीजतन सिहोरा परिसर के किसान हताश हो गए हैं, क्योंकि अब उन्हें इस बात की चिंता अधिक सता रही है कि वे लिया गया कर्ज कैसे चुकायेंगे. किसान की ओर से सिंचाई की व्यवस्था को देखते हुए अपने खेती में धान की बुआई की गई. अब कुछ किसानों के धान काटने को आ गया हैं. लेकिन बेमौसम बारिश के कारण धान फसल नष्ट होने के कगार पर पहुंच चुकी है