गुटखा, तंबाकू पर करें समांतर कार्रवाई
बेसा : शहर में गुटखा व तंबाकू के संबंध में सिर्फ पान टपरियों पर ही कार्रवाई की जा रही है. इसे देखते हुए पान टपरी चालकों ने प्रशासन से गुटखा, तंबाकू पर समांतर कार्रवाई करने की मांग की हैं. गुटखा, तंबाकू, खर्रा के संबंध में कार्रवाई से अनेक पान टपरी चालकों पर संकट बढ़ गया है. रोजगार नहीं होने से उनको अब भुखमरी का डर भी सताने लगा है. कुछ लोग चोरी छिपे व्यवसाय कर रहे है तो काफी लोगों ने अपनी पान टपरियां बंद कर दी हैं. कुछ बड़े व्यवसायी चोरी छिपे अपना व्यवसाय कर रहे हैं. उसी तरह किसी भी मार्ग में ट्रेन के भीतर सुगंधित तंबाकू, खर्रा, गुटखा बेचने वालों पर कोई भी कार्रवाई नाहीं होना आवर्य की बात है. बेसा-मानेवाड़ा परिसर के खर्रा बेचने वालों का कहना है कि उत्पादन के साथ ही बड़े व्यापारी पर यदि रोक लगाई गई व समांतर कार्रवाई शुरू की गई तो शहर को खरां मुक्त होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. साथ ही होटल, ढाबों में अवैध रूप से शराब बेचने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई. सरकारी छुट्टी के दिन शहर व जिले की शराब दुकानें बंद रहती हैं. लेकिन उसी दिन ज्यादा पैसे में अवैध रूप से शराब बेची जाती है. इस अवैध व्यवसाय में शासन की राजस्व का भी नुकसान हो रहा हैं. नियमित रूप से नशा करने वाले लोगों ने अगर अवैध बिक्री वाली शराब पी ली और उससे उसकी जान को खतरा हुआ तो इसका जवाबदार कौन होगा यह प्रश्न उपस्थित होता हैं. हाथ भट्टी की शरा को देशी-विदेशी पैकिंग में सील कर बेचने की काफी घटनाएं सामने आयी हैं.