तिरुपति के लड्डू पर और बढ़ा घमासान
दिल्ली/अमरावती : तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डुओं में मिलावट का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने इस मामले में जगन मोहन रेड्डी, ठेकेदार और टीटीडी के अफसरों के खिलाफ शिकायत की है. उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और सख्त कार्रवाई हो. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस पूरे मामले की आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगते हुए जांच के आदेश दिए हैं. कांग्रेस ने इस पूरे मामले को एक साजिश बताते हुए ये कहा है कि बीजेपी को इसे हवा देने में मजा आता है. तेलुगु देशम पार्टी ने 2 दिन के अंदर दो दावे किए हैं. नायडू सरकार ने नया आरोप लगाते हुए कहा कि प्रसाद में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल मिलाया गया था. टीडीपी ने ये आरोप एक लैब रिपोर्ट के हवाले से लगाए.
हाई कोर्ट पहुंची YSR कांग्रेस :
नायडू द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर वाईएसआर कांग्रेस शुक्रवार को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट पहुंची. पार्टी ने कोर्ट से टीडीपी के तिरुपति के लड्डुओं में चर्बी वाले आरोपों पर निगरानी रखने के लिए कहा. वकील ने कोर्ट से आग्रह किया कि कोई मौजूदा न्यायाधीश या फिर हाईकोर्ट द्वारा कोई नियुक्त समिति इन दावों की जांच करे. इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि बुधवार तक एक जनहित याचिका दायर कीजिए जिसके बाद कोर्ट इस पर सुनवाई करेगा.
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने मंदिर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. हालांकि, घी की गुणवत्ता की निगरानी के लिए 4 सदस्यीय विशेष समिति बना दी है. लैब रिपोर्ट 17 जुलाई को मिली थी. तभी से ही यह रिपोर्ट पब्लिक डोमेन में है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षण बोर्ड का गठन करने की मांग की है.