मोदी ने माफी मांगी
सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के बाद राज्य व केंद्र की सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर आ गई है. सीएम एकनाथ शिंदे व डिप्टी सीएम अजीत पवार के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर राज्य व देश की जनता से माफी मांगी है. मोदी ने कहा कि मेरे अलावा मेरे साथियों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ नाम नहीं है, सिर्फ राजा या महाराजा नहीं, बल्कि आराध्य देव हैं. मैं आज सिर झुका कर छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं. प्रधानमंत्री ने यह बात शुक्रवार मुंबई से सटे पालघर में वाढवण बंदरगाह के भूमिपूजन के मौके पर कही. उन्होंने आगे कहा कि जब 2013 में बीजेपी ने मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में बड़ी जिम्मेदारी दी तो मैंने रायगढ़ के किले पर जाकर प्रार्थना की थी. एक भक्त अपने आराध्य की जिस भावना से आराधना करता है, उस भावना से देश सेवा करने आया था.
पालघर में वाढवण पोर्ट का भूमिपूजन
पीएम मोदी ने पालघर में 76,200 करोड़ की लागत से बनने वाले वाढवण पोर्ट का भूमिपूजन किया. यह देश का सबसे अधिक कंटेनर क्षमता वाला पोर्ट होगा. इस दौरान उन्होंने करीब 1,560 करोड़ रुपये की मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया.