सुको बोला-पेपर लीक NEET की परीक्षा पर ग्रहण
दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि नीट-यूजी 2024 की शुचिता नष्ट हो गई है तो दोबारा परीक्षा का आदेश देना होगा. सुको ने एनटीए और सीबीआई से प्रश्नपत्र लीक होने के समय तथा लीक होने और वास्तविक परीक्षा के बीच की अवधि के बारे में जानकारी मांगी. सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़, न्या. जे. बी. पारदीवाला और न्या. मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा की इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है. हम लीक की सीमा का पता लगा रहे हैं. इसमें कुछ चेतावनी के संकेत हैं क्योंकि 67 उम्मीदवारों ने 720 में से 720 अंक प्राप्त किए हैं. पिछले वर्षों में यह अनुपात बहुत कम था. इस बीच,
सीबीआई ने लातूर से जुड़े मामले में नंजुनेथप्पा जी नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है.
11 को अगली सुनवाई
सुको ने केंद्र सरकार से एनटीए में सुधार के लिए बनी एक्सपर्ट कमेटी की जानकारी मांगी है, इसके अलावा री-एग्जाम की मांग करने वाले याचिकाकर्ताओं से अधिकतम 10 पेज की कंसालिडेटड रिपोर्ट मांगी है. कोर्ट ने कहा कि सभी बुधवार शाम 5 बजे तक अपने जवाब सौंपें, मामले की अगली सुनवाई अब 11 जुलाई को होगी
शीर्ष अदालत ने कहा कि वह जानना चाहती है कि प्रश्नपत्र लीक से कितने लोगों को लाभ हुआ और केंद्र ने उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की. गलत काम करने वाले कितने लोगों के परिणाम रोके गए हैं और हम ऐसे लाभार्थियों का भौगोलिक वितरण जानना चाहते हैं. लीक की सीमा और भौगोलिक सीमाओं के पार लाभार्थियों का पता लगाना होगा, उसके बाद ही अदालत 5 मई को आयोजित हुई विवादास्पद मेडिकल प्रवेश परीक्षा में दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दे सकती है