राहुल गांधी का वादा, लोकसभा में उठाएंगे मुद्दा लोको पायलटों को चाहिए 46 घंटे आराम
दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार अचानक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे. वहां उन्होंने लोको पायलटों से मुलाकात की. इस दौरान राहुल गांधी ने ट्रेन परिचालन के बारे में जानकारी ली. इस दौरान लोको पायलट ने राहुल गांधी को अपनी समस्याओं से भी अवगत कराया. कांग्रेस नेता ने लोको पायलटों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने सरकार के समक्ष उनकी मांगों को उठाने का वादा किया राहुल गांधी पिछले वर्ष आनंद विहार स्टेशन पर कुलियों से भी मिले थे. इससे पहले गुरुवार को राहुल गांधी ने राष्ट्रीय राजधानी के जीटीबी नगर में दिहाड़ी मजदूरों से भी मुलाकात कर उनकी समस्याओं पर चर्चा की थी. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान लोको पायलटों ने अपनी समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. लोको पायलटों का कहना था कि उनको पर्याप्त आराम नही मिल पाता है. घर से दूर लंबी दूरी की ट्रेनें चलाते हैं और अक्सर उन्हें पर्याप्त ब्रेक के बिना ड्यूटी पर लगाया जाता है. इससे बहुत तनाव होता है और एकाग्रता में कमी आती है. जो दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है.
रेलवे ने भी शिकायत को स्वीकार किया
रेल दुर्घटना की जांच सहित कई रिपोटों में रेलवे ने लोको पायलटों की इस शिकायत को स्वीकार किया है. लोको पायलट 46 घंटे का साप्ताहिक आराम मांगते हैं. इसका मतलब है कि शुक्रवार दोपहर को घर लौटने वाला ट्रेन चालक रविवार सुबह से पहले ड्यूटी पर वापस नहीं आएगा, रेलवे अधिनियम 1989 और अन्य नियम पहले से ही प्रति सप्ताह 30 + 16 घंटे के आराम का प्रावधान करते हैं, जिसे लागू नहीं किया जा रहा है. राहुल गांधी ने लोको पायलटों को बताया कि वह रेलवे के निजीकरण और भर्ती की कमी का मुद्दा लगातार उठाते रहे हैं. उन्होंने उनकी चिंताओं को सुना और पर्याप्त आराम की उनकी मांग का पूरा समर्थन किया. राहुल गांधी ने विपक्ष के नेता के रूप में लोको पायलटों से वादा किया कि वह विपक्ष के नेता के रूप में सरकार के समक्ष उनकी समस्याओं को उठाएंगे.