4 घंटे तक रोका गया था महालगांव-सोंड्या मार्ग
AWAZ BHANDARA
JUNE 29, 2024, 3:05 PM
सिहोरा — 28 जून को महालगांव फाटे पर सरपंच पारस भुसारी के नेतृत्व में महालगांव-सोंड्या सड़क की जर्जर हालत को लेकर तीव्र आंदोलन किया गया. इसमें सिहोरा परिसर की जनता भारी संख्या में मौजूद थी. इस क्षेत्र के नदी घाट एवं सोंड्या में रेत डिपो मंजूर है. लेकिन, इसकी आड़ में अवैध रेत का भारी उत्खनन शुरू है. नतीजतन ओवरलोड ट्रक इस सड़क से रात-दिन तेज रफ्तार से दौड़ रहे है. इस कारण ब्राह्मण टोला के पास पीने की पाइप लाइन भी तोड़ दी गई. कई किसानों के खेतों में पानी जाने वाले छोटे पुल भी इनका शिकार हो गए है. इन समस्याओं को हल करने एवं लाचार प्रशासन को जगाने के लिए रास्ता रोको आंदोलन किया गया. इस आंदोलन में पूर्व सांसद शिशुपाल पटले, बीनाखी के सरपंच देवेंद्र मेश्राम, राजेंद्र बघेले, संतोष बघेले, भुवन पारधी, रामदयाल पटले, गणेश ठाकुर, गोवर्धन शेंडे, संतोष गौतम, विजय बांडेबूचे, देवानंद लांजे, रमेश तोरणकार, रामेश्वर पारधी, गजभिये, यादोराव बोरकर प्रमुखता से उपस्थित थे. अपनी मांगों पर अड़े आंदोलनकारियों ने तुमसर-बालाघाट मार्ग को 4 घंटे तक रोका. अनुचित घटना को रोकने के लिए सिहोरा पुलिस के थानेदार नितिन मदनकर के मार्गदर्शन पुलिस बल तैनात किया गया था.
लिखित आश्वासन पर आंदोलन खत्म
तुमसर के नायब तहसीलदार जांभुलकर ने आंदोलन के दौरान उपस्थित होकर समस्या सुनी और सड़क की दशा देखकर डिपो धारक से इसकी मरम्मत करने की बात कही. लेकिन आंदोलनकारियों ने लिखित आश्वासन मांगा. जब तक इस सड़क की सही तरीके से मरम्मत नहीं होगी तब तक इस डिपो से रेत का परिवहन होगा. इस क्षेत्र में चल रहे अवैध डंपिंग यार्ड को बंद किया जाएगा, जिस खेत में अवैधा रेत का डंप किया गया, ऐसे खेत मालिका पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. ब्राह्मणा टोला से बिनाखी जाने वाले बाईपास पर बैरिकेटिंग लगाए जाएगी. पुलिस की चौकी भी स्थापित होगी. उसकी निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी. वही पीडब्ल्यूडी विभाग ने मरम्मत 2 से 3 दिना में किए जाने का आश्वासन दिया. इसके बाद ही यह आंदोलन खत्म हुआ!