पेंच : 1 जुलाई से पर्यटकों के लिए बंद
नागपुर : जंगल में टाइम टाइगर का राज आ गया है. आगामी तीन महीने (1 जुलाई से 30 सितंबर) वो खुलकर जी सकेंगे. इन तीन महीनों में पेंच नेशनल पार्क के कोर एरिया में तो पर्यटन बंद रहेगा. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशानिर्देशों के अनुसार, पेंच बाघ परियोजना में पर्यटकों के लिए मानसून सफारी 1 जुलाई से बंद कर दी जाएगी. 1 अक्टूबर के बाद नियमित सफारी शुरू हो जाएगी. बताया गया है कि गर्मी की तपिश बढ़ने पर फरवरी से मई के दौरान पेंच परियोजना में एक लाख से अधिक पर्यटक आये हैं. जंगल में सड़कें कच्ची होने के कारण बरसात के दिनों में बाघ परियोजनाएं बंद हो जाती हैं. संरक्षित जंगलों में ट्रैकिंग करना कठिन है. क्योंकि वहां कीचड़ भरी सड़कें हैं. पेंच में कई सड़कें कीचड़ से भरी हैं. सिल्लारी से अंबाखोरी मार्ग पर केवल डामरी रास्ता है. इसके अलावा दूसरा रास्ता है मिट्टी का है. बरसात के दौरान कच्चे मार्ग कीचड़मय हो जाते हैं. साथ ही पर्यटकों की जान को भी खतरा हो सकता है. इसके अलावा राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं. मानसून के दौरान कोर जोन पूरी तरह से बंद रहेगा. वर्षा, सड़क की स्थिति और उपलब्धता के आधार पर बफर जोन में कुछ प्रवेश द्वार पर्यटन के लिए कमोबेश खुले रहेंगे. इसके अलावा पावनी और नागलवाड़ी वन क्षेत्रों में कुछ मार्गों पर मानसून पर्यटन किया जाएगा. टाइगर प्रोजेक्ट के तहत कच्ची सड़कों के कारण नवेगांव- नागझिरा, बोर दोनों बंद रहेंगे. जबकि मेलघाट आंशिक रूप से खुला रहेगा.