दिल्ली, न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने भारत न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में न्यायमूर्ति सूर्यकांत को शपथ दिलाई और उन्होंने हिंदी में शपथ ली. न्यायमूर्ति सूर्यकांत को न्यायमूर्ति बी आर गवई के स्थान पर न्यायपालिका के सर्वोच्च पद पर नियुक्त किया गया है. न्यायमूर्ति गवई रविवार को सेवानिवृत्त हो गए. न्यायमूर्ति सूर्यकांत को 30 अक्टूबर को अगला प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और वह लगभग 15 महीने तक इस पद पर रहेंगे. वह नौ फरवरी 2027 को 65 वर्ष की उम्र होने पर यह पद छोड़ देंगे. उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता इस समारोह में शामिल हुए.
CJI 30 अदरको गर थे
15 माह तक रहेंगे पद पर
9 फरवरी 2027 को छोड़ देंगे पद
पूर्व CJI गवई ने सरकारी कार छोड़ी : पूर्व प्रधान न्यायाधीश बी आर गवई ने सोमवार को अपने उत्तराधिकारी न्यायमूर्ति सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह के बाद राष्ट्रपति भवन में उनके लिए आधिकारिक मर्सिडीज-बेंज कार छोड़कर एक नई मिसाल कायम की.
महाराष्ट्र निकाय चुनाव पर आज करेंगे सुनवाई
नए सीजेआई मंगलवार को अपने पहले दिन महाराष्ट्र में निकाय चुनाव के भविष्य को लेकर अहम सुनवाई करेंगे. इससे पहले 17 नवंबर को हुई सुनवाई के दौरान बतौर जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने राज्य सरकार के रुख पर कड़ी नाराजगी जताई थी. उन्होंने साफ कहा था कि अगर स्थानीय निकाय के चुनाव में 50% आरक्षण की सीमा को पार किया गया तो हम चुनाव रोक देंगे. मंगलवार के फैसले पर पूरे महाराष्ट्र की नजरें टिकी हैं.



