श्रीपद्मनाभ स्वामी मंदिर में प्रसिद्ध मुरजपम-लक्षदीपम पर्व 20 नवंबर से शुरू होगा. ‘मुरजपम’ मंदिर में हर छह साल में आयोजित होने वाला 56 दिनों का अनुष्ठान है, जिसमें वेदों और विष्णु सहस्रनाम का निरंतर जाप किया जाता है. पर्व का समापन 14 जनवरी, मकर संक्रांति के दिन ‘लक्षदीपम’ के साथ होगा. इस भव्य आयोजन के दौरान मंदिर को एक लाख तेल के दीपों से रोशन किया जाएगा. हर छह साल में आयोजित होने वाले इस पर्व में देशभर के वैदिक विद्वान 56 दिनों तक लगातार चारों वेदों का पाठ करते हैं. पर्व का समापन मंदिर परिसर में प्रतीकात्मक रूप से एक लाख मिट्टी के दीयों को प्रज्वलित करने के साथ होता है. उत्सव के दौरान मंदिर के मुख्य तालाब पर 48 दिनों तक सुबह छह बजे से शाम सात बजे तक ‘जलजपम’ का आयोजन भी किया जाएगा. त्रावणकोर राजघराने के राजकुमार आदित्य वर्मा ने बताया कि पिछली बार इस पर्व में 25,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे.



