मुंबई, मतदाता सूचियों में गड़बड़ी, वोट चोरी के विरोध में विपक्षी दलों ने मुंबई में ‘सत्य का मोर्चा’ नाम से मोर्चा निकाला. इस मोर्चे में कांग्रेस, शरद गुट, उद्धव गुट के साथ-साथ माकपा, भाकपा, शेकाप, मनसे और अन्य संगठन शामिल हुए. ‘सत्य का मोर्चा’ के बहाने ठाकरे बंधु एक बार फिर एक साथ आए. इसी बीच भाजपा ने इस मोर्चे पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि मतदाता सूचियों में गड़बड़ी नहीं थी क्या? डुप्लिकेट और ट्रिप्लिकेट नाम मतदाता सूचियों में न हों, यह हमारी भी मांग है. चुनाव के समय ऐसा मोर्चा निकालकर लोगों में भ्रम पैदा करने का महाविकास आघाड़ी का यह दयनीय प्रयास है. लोकसभा में वही मशीनें थीं, वही मतदाता सूचियां थीं. आप जीते तो मतदाता सूचियां अच्छी. हारे तो मतदाता सूचियों में गड़बड़ी, फर्जी मतदाता सूचियां यह बोलते रहना है. मविआ में जबरदस्त कलह है. कांग्रेस के चार नेताओं के चार मुंह अलग-अलग जगह हैं. इस मोर्चे में कोई दम नहीं है, यह कांग्रेस को भी पता है.
बावनकुले महाविकास आघाड़ी के 31 सांसद का विपक्ष के चुने गए थे, तब क्या वोट चोरी हुई मोर्चे पर तंज थी? लोकसभा चुनाव के समय



