सीमेंटीकरण होना हैं, अभी बैलगाड़ी निकलना और पैदल चलना भी हो रहा मुश्किल दोपहिया वाहन फिसल रहे, दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
बोथली – पांजरा मार्ग हुआ जर्जर, नहीं की जा रही मरम्मत
भंडारा = मोहाड़ी तहसील में बोधली से पंजरा तक की सड़क की गिट्टी और डामर पूरी तरह से उखड़ गया है। ग्रामीणों को सड़क से आना-जाना करना मुश्किल हो गया है। निर्माण विभाग प्रशासन अनदेखी कर रहा है। नागरिकों ने सड़क मरम्मत की मांग की है। बोधली और पांजरा दोनों गांव मिलकर एक गुट ग्राम पंचायत हैं। किंतु आने जाने के लिए आज भी बोधली से पांजरा सड़क उपेक्षित है। पांजरा घाट से ओवरलोड रेत परिवहन से सड़क जर्जर हो गई है। पांजरा और बोधली से रेत के टुक और टिप्पर तेज गति से दौड़ते हैं। बारिश के दिनों में स्कूली विद्यार्थियों को आने जाने में दिक्कतें आती है।
मरम्मत करवानी चाहिए
निर्माण विभाग को बेबी से फजल तक एक किलोमीटर की सड़क की मरम्मत करवानी चाहिए। इससे विद्यार्थियों को आने-जाने में सुविधा होगी। जनप्रतिनिधियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। गणेश हिंगे, नार
कीचड़ से निकलना पड़ता है
हमें रोजाना इस साहया से दूर जाना पहा है। बरसात में बहुत होती है। वीधा के कारण कूर्मी हो जाती है। दीपांश डाकरेাম
सिहोरा से वेबरवाही तक 18 किमी. मार्ग के सीमेटीकरण की मंजूरी मिली है। जिसका काम मानसून के दौरान शुरू किया गया था। अब अधूरे निर्माण के कारण य सड़क रात में दोपहिया वाहन चालकों के लिए खतरनाक साचित हो रही है। सड़क पर बिखरी मिट्टी खतरनाक हो गई है। ग्रामीणों ने इस सड़क के तत्काल निर्माग की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है। गोवावाही सिहोरा को चांदपुर पर्यटन स्थल से जोड़ने वाली साहक है। 18 किमी. लंबी सड़क जंगल से होकर गुजरती है। सिहोरा, सोनेगांव, बोरगांव, मुरली, खखैरटोला, गुढ़री, सीतासावंगी, गोबरवाही गांव इस मार्ग पर हैं। स्कूली छाप सिहोरा जाने के लिए इस सड़क पर साइकिल से
सडक जान के लिए खतरा बन रही है
सड़क अधूरी होने के कारण बेपहिया वाहन चालकों की जान के लिए लत बन रही है। लिहीत से मुरली तक मिट्टी उड़ी होने के नागरिका भरत है। उमेश फंडेय सोरेगांव
गाज कर रहे हैं। छात्रों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। मिट्टी गलत तरीके से बिछाई गई है। बैलगाड़ियों को निकालना भी मुश्किल हो गया है। दो महीने बाद भी मुरली गांव तक सड़क नहीं बन पाई है। दो पहिया वाहन गिट्टी पर फिसल रहे हैं। कई दोपहिया वाहन सवार दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। कुछ स्थानों पर सीमेंटीकरण के बाद मार्ग के किनारे नहीं भरने के कारण दोपहिया वाहनों के गिरने की घटनाएं अब आम हो चुकी हैं।
बोरगांव – धनेगांव सड़क गड्ढों में तब्दी
के बोरगांव से धनेगांव 5 किमी. अमरीकृत सड़क भारी संवाददाता | तुमसर (भंडारा) तुमसर तहसील के सिहोरा क्षेत्र वाहनों की आवाजाही से गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। सड़क से भारी यातायात बारले राख के ट्रकों को निकलने की मंजूरी देने से ग्रामीणों में रोष दिखाई दे रहा है। सिहोरा परिसर में राख का भारी पातायात करने वाले 50 से 70 ट्रक प्रतिदिन यहां से गुजरते हैं। ग्रामीण सड़के 5 टन वजन के लिए तैयार की जाती है। किंतु 20 टन राख के ट्रकों के चलने से ग्रामीण सड़के गड्डों में तब्दील हो गई हैं।
जिप सड़क को ज्यादा नुकसान ले जाने वाले भारी वाहनों के वाराण
सहकों के हाल-बेष है। सबसे क नुकसान जिला पीड़क को हुआ है।



