तुमसा (भंडारा)
खरीफ सीजन के हल्के भान की कटाई और मड़ाई लगभग पूरी हो चुकी है। किसान दिवाली के दौरान इस धान को बेचकर दिवाली मनाते हैं और अपना कर्ज चुकाते हैं। इस साल अक्टूबर महीना खत्म होने के बावजूद अब तक समर्थन मूल्य धान खरीदी केंद्र में खरीदी की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। सरकार ने भी धान खरीदी से पहले पंजीकरण कराने का आदेश भी जारी नहीं किया है। जिससे किसानों को धान की फसल कम दामों में बाजारों मे
सामान्य
कपन 22
बेचनी पड़ रही है।
जिले में खरीफ और रबी दोनों मौसमों में धान का उत्पादन होता है। साथ ही किसानों को समर्थन मूल्य से कम दामों में धान बेचने से बचाने के लिए सरकार जिला विपणन संघ के माध्यम से सरकारी धान खरीदी केंद्र से धान खरीदती है। जिससे किसानों को उचित
धान खरीदी से पहले पंजीयन करवाने की पूर्वसूचना भी नहीं मिली किसानों को
मूल्य मिलता है। जिले में इस साल
खरीफ सीजन में 1 लाख 83 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की गई है। इसमें हल्का धान ज्यादा होता है। हल्का धान दिवाली से पहले कटाई के लिए आता है। इसलिए किसान इस धान को जल्द से जल्द बेचकर दिवाली मनाते हैं। इस साल हल्का धान बाजार में शेप पे 14 पा
धान खरीदी केंद्र शुरू न होने पर आंदोलन
सरकारी धान खरीदी केंद्र शुरू करना समय की मांग है। रहने बाजार में धान समर्थन मूल्य से कम दाम पर बिक रहा है। जिससे किसानों को प्रति विवंटल पांच सौ रुपये का आर्थिक बुकसान हो रहा है। धान खरीदी केंद्र तुरंत शुरू किया जाना चाहिए, अन्यथा आंदोलन किया जाएगा।
चरण वाघमारे, पूर्व विधायक तथा जिलाध्यक्ष राकांपा, भंडारा सोमवार को आदेश जारी
होने की संभावना
सरकार को अभी तक सरकारी धान खरीदी केंद्र हुरू करने के लिए सरकारी आदेश नहीं मिला है। सोमवार को सरकारी आदेश आने की संभावना है। सरकारी आदेश आने पर किसानों के पंजीकरण की प्रक्रिया
शुरू करने का आदेश दिया जाएगा।



