भंडारा जिले की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। भाजपा को आज एक और झटका लगा जब भाजपा जिला उपाध्यक्षा और माजी शिक्षक आमदार डायगव्हाने की सुपुत्री कल्याणी भुरे ने शिवसेना का दामन थाम लिया। तुमसर की राजनीति में सक्रिय रही कल्याणी भुरे ने विधायक नरेंद्र भोंडेकर द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से प्रभावित होकर शिवसेना में प्रवेश किया। इस मौके पर नरेश ऊचीबगले, भूषण बुढे, अनिल कारेमोरे समेत कई भाजपा पदाधिकारी भी शिवसेना में शामिल हुए।
भुरे ने भाजपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पार्टी में महिलाओं और ओबीसी समाज की उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा में काम करने के लिए “गॉडफादर” की जरूरत होती है, जबकि मेहनती और ईमानदार कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जाता है। इसी कारण उन्होंने भाजपा से अलग होकर शिवसेना जॉइन करने का निर्णय लिया।
इस प्रवेश के बाद जिले की राजनीति में हलचल मच गई है। माना जा रहा है कि आगामी चुनावों में यह बदलाव भाजपा के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। भुरे के स्वागत कार्यक्रम में शिवसेना जिलाध्यक्ष अनिल गायधने, लोकसभा संपर्क प्रमुख संजय कुंभलकर, दीपक गजभिये, सतीश तुरकर, नितीन धकाते समेत अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।