राकां ने किया राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन
मुंबई. राकां प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि मराठवाड़ा, सोलापुर और विदर्भ के साथ-साथ राज्य के कई अन्य जिलों में भी भारी बारिश के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है लेकिन राज्य की फडणवीस सरकार बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद करने में विफल रही है. राज्य सरकार किसानों की मदद करने को इच्छुक ही नहीं है. इसलिए आज राज्य के किसान काली दिवाली मना रहे हैं. हमारी पार्टी भी पूरे राज्य में काली दिवाली मनाएगी. शुक्रवार को पवार की पार्टी ने राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी के कार्यकर्ताओं-नेताओं ने हर जिले में कलेक्टर कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल की. ठाणे जिला कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शनकारियों ने काले कपड़े पहनकर महायुति सरकार के खिलाफ नारे लगाए. बारामती में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवार ने कहा कि इस सरकार का किसानों के प्रति एक अलग दृष्टिकोण है.
किसान करें सरकार का निषेध
इस साल मराठवाड़ा में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. सितंबर में हुई भारी बारिश के कारण किसानों की जमीन की मिट्टी तक बह गई है. इसलिए किसानों और विपक्ष ने सरकार से सूखा अकाल घोषित करने की मांग की है लेकिन सरकार ने कुछ किसानों को तत्काल सहायता के रूप में 10,000 रुपये दिए और फिर तीन दिन पहले कैबिनेट ने किसानों के लिए 31,628 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की. दिवाली बस एक दिन
सरकारी मदद नाकाफी
पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने बारिश और बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए 31,628 करोड़ रुपये का मुआवजा पिछले सप्ताह घोषित किया लेकिन किसानों को हुए नुकसान की प्रकृति को देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि इस छोटी सी राशि से किसानों के नुकसान की भरपाई हो पाएगी, इसलिए किसान राज्य सरकार से भी नाराज है,
मगरमच्छ के आंसू
6 महाराष्ट्र के किसानों को दिवाली न मनाने देने की शरद पवार की साजिश साफ दिखाई दे रही है. पवार भले ही मगरमच्छ के आंसू बहाएं और काली दिवाली मनाए, लेकिन सीएम फडणवीस और उनकी सरकार किसानों के साथ खड़ी है.


