भंडारा: तहसील के माटोरा गांव का खेत खलियान कोका वन्यजीव अभयारण्य से सटा हुआ है, जहां बीते दो महीने पहले बाघ ने युवक किसान की जान ले ली थी. अब पिछले 15 दिनों से वन्यजीवों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिससे किसान दहशत में हैं. रात के समय सिंचाई और रखवाली के लिए किसानों को जान जोखिम में डालकर खेतों में जाना पड़ रहा है, क्योंकि वन्यजीवों की सक्रियता रात और सुबह के समय सबसे ज्यादा रहती है. ऐसे हालातों में वनविभाग द्वारा जरूरी सुरक्षा सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं, ऐसी मांग किसानों ने वन परिक्षेत्र अधिकारी विलास बेलखोडे को दिए गए ज्ञापन के माध्यम से की है. ज्ञापन सौंपते समय कृषि उत्पन्न बाजार समिति के संचालक हितेश सेलोकर, वामन सेलोकर, राजाराम गोमासे, दिलीप सेलोकर, चेतन सेलोकर, ईस्तारी गोमासे, धनराज बोरकर, विनायक सेलोकर, शंकर सेलोकर, योगेश बारस्कर, बलिराम बारस्कर, यादोराव बारस्कर, बाबूराव बारस्कर, अनिकेत गोमासे, अजय सलगर, दिनेश बोरकर समेत कई किसान उपस्थित थे.