भंडारा: पवनी स्थित प्राचीन मुरलीधर मंदिर में 30 मार्च को दोपहर अचानक आग लग गई. चौंकाने वाली बात यह है कि घटनास्थल पर विद्युत आपूर्ति पहले से ही बंद थी, जिससे आग कैसे लगी. यह अब जांच का विषय बना हुआ है. हालांकि, दमकल विभाग की टीम ने आधे घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया. यह प्राचीन मुरलीधर (गोपाल कृष्ण) मंदिर पवनी के विठ्ठल गुजरी वार्ड में स्थित है और इसकी वास्तुकला अत्यंत पुरातन मानी जाती है. 30 मार्च को दोपहर करीब 2:30 से 3:00 बजे के बीच, मंदिर के सभागार की छत पर स्थित एक कक्ष में अचानक आग लग गई. जैसे ही लपटें उठने लगीं, स्थानीय निवासियों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी. दमकल कर्मियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए महज आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया. गौरतलब है कि, इस कक्ष की बिजली आपूर्ति कई दिनों से बंद थी, जिससे यह स्पष्ट है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से नहीं लगी. स्थानीय लोगों का मानना है कि सभागार की छत पर रखी ताड़पत्री (प्लास्टिक शीट) अत्यधिक गर्मी के कारण जलने लगी, जिससे आग फैल गई. हालांकि, आग लगने के सही कारणों की पुष्टि अब तक नहीं हो पाई है.