लाखांदुर: बीती रात खेत में फसल सिंचाई के लिए गए किसान पर बाघ के हमले में किसान की मौत हो गई. इस घटना में खैरी/पट निवासी डाकराम गोपीचंद देशमुख (40) नामक किसान की मौत हुई है. विगत 30 मार्च को शाम 5 बजे के दौरान घटना के पीड़ित किसान सौरी/पट के खेत क्षेत्र में खेत पर फसलों के सिंचाई के लिए कृषि पंप से खेत में पाइप लगाने के लिए गए थे. इस दौरान खेत में बुआई मक्का फसल में छिपे बाघ ने पीड़ित किसान पर हमला कर शिकार किया. देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों सहित स्थानीय ग्रामीण एवं वनकर्मी एवं पुलिस कर्मियों ने रात के दौरान खेत क्षेत्र में जाकर तलाशना शुरू किया. आखिरकार 31 मार्च को प्रातःकाल के दौरान खेत के मक्का की फसल में देशमुख का शव मिला. प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले लगभग 1 महीने से तहसील के गवरला, डांभेविरली, टेंभरी, विहीरगांव, सौरी/पट, आसोला, सावरगांव, नांदेड आदि गावों के खेत परिसर में बाघ के मुक्त संचार था. इस बाप ने पिछले कुछ दिनों में नियमित अंतराल से 3 विभिन्न गावों के 3 विभिन्न मवेशियों के शिकार करने की घटनाएं सामने आयी थी. उक्त घटनाओं की दखल लेकर वन विभाग के तहत बाध के बंदोबस्त के लिए नियमित गश्त कर पिंजरा भी लगाया गया था. किंतु वन विभाग को सफलता नहीं मिली. किसानों को सतर्कता की चेतावनी भी दी गई थी.
ग्रामीणों ने व्यक्त किया आक्रोश : जानकारी ग्रामीणों को मिलते ही सभी ओर आकोश व्यक्त किया गया. ग्रामीणों ने पीड़ित किसान के परिजनों को तुरंत आर्थिक सहायता, परिवार के व्यक्ति को सरकारी नौकरी व अन्य मांगों को लेकर लाखांदूर के वन परिक्षेत्र कार्यालय परिसर में वरना दिया. साकोली के सहायक वन संरक्षक संजय मेंढे, पवनी के उपविभागीय पुलिस अधिकारी मनोज सिडाम, थानेदार सचिन पवार, यन परिक्षेत्र अधिकारी प्रदीप चन्ने सहित अन्य कर्मी एवं खेरी पट के सरपंच एवं पुलिस पाटिल के उपस्थिति में परिजनों को 10 लाख रुपयों के धनादेश सहित 50,000 रु. नकद देकर तत्काल आर्थिक सहायता की गई
विधायक पटोले ने घर जाकर दी सांत्वना: जानकारी मिलते ही विधायक नाना पटोले तुरंत पीड़ित किसान के घर पहुंचे इस दौरान विधायक पटोले ने परिजनों की सांत्वना करते हुए वनविभाग को तुरंत बाथ को पकड़कर केंद करने के निर्देश दिए. इस दौरान तहसीलदार वैभव पवार, उपविभागीय पुलिस अधिकारी मनोज सिडाम, वानेदार सचिन पवार, सहायक थानेदार आशीष गंद्रे, तहसील कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप बुराई, प्रा. पी. एम. ठाकरे, रामचंद्र राऊत सहित अन्य विभिन्न अधिकारी कर्मी, पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं सैकड़ों नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित ये.