दिल्ली: देश की दूसरी बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के को-फाउंडर एन. नारायण मूर्ति पिछले कुछ महीनों से आलोचकों के निशाने पर हैं. मूर्ति ने कहा था कि आज के युवाओं को सफल होने के लिए हर हफ्ते लगभग 70 घंटे काम करना चाहिए. इसका मतलब उन्हें हफ्ते में 5 दिन 14 घंटे काम करना होगा. उनकी इस बात से कई युवा नाराज हैं. उनका कहना है कि यह बहुत ज्यादा है. इससे उनकी निजी जिंदगी तबाह हो जाएगी. इस बीच नारायण मूर्ति की पत्नी और राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने पहली बार इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि इन्फोसिस को बनाने में बहुत मेहनत लगी थी. ‘कोई ‘जादुई छड़ी’ नहीं थी जिससे इन्फोसिस इतनी बड़ी बन गई. यह सिर्फ कड़ी मेहनत, कुछ किस्मत और सही समय पर सही जगह पर होने का नतीजा था. बड़ी सफलता पाने के लिए ज्यादा प्रतिबद्धता की जरूरत होती है. उन्होंने कहा कि उनके पति शुरुआती वर्षों में हफ्ते में 70 घंटे से भी ज्यादा काम करते थे. जब उनके पति इन्फोसिस शुरू करने में व्यस्त थे, तब उन्होंने परिवार पर ध्यान देने के लिए कॉर्पोरेट दुनिया से दूरी बना ली थी. उन्होंने कभी शिकायत नहीं की क्योंकि उनके पति एक ‘बड़े’ काम में लगे हुए थे. पत्रकारिता और मेडिकल जैसे क्षेत्रों में भी लोग अक्सर लंबे समय तक काम करते हैं. जीवन के हर पड़ाव में पति-पत्नी को एक-दूसरे का साथ देना चाहिए