मुंबई में तेजी से हो रहे पुनर्विकास कार्यों के दौरान पुराने मंदिरों को हटाए जाने के मामलों पर चिंता जताते हुए महाराष्ट्र के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर मंदिरों को संरक्षित रखने की मांग की है. लोढ़ा ने कहा कि मुंबई में 18,000 से अधिक पुरानी इमारतें और बड़ी संख्या में झोपड़पट्टियां हैं, जिनका पुनर्विकास किया जा रहा है. इस दौरान कई इलाकों में वर्षों पुराने मंदिरों को हटाया जा रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं और असंतोष की स्थिति बनती है. उन्होंने कहा कि नागरिकों की धार्मिक और भावनात्मक आस्था इन मंदिरों से जुड़ी होती है, ऐसे में इनका संरक्षण बेहद जरूरी है.
लोढ़ा ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि 100 वर्ष या उससे अधिक पुराने मंदिरों को उनकी मूल (स्वयंभू) जगह पर ही संरक्षित किया जाए. इसके अलावा, पुनर्विकास के बाद यदि मंदिर को स्थानांतरित करना जरूरी हो, तो स्थानीय रहवासी संघ की सहमति से मंदिर के लिए न्यूनतम 300 वर्ग फुट जगह दी जाए. यदि मौजूदा मंदिर का आकार 200 वर्ग फुट से अधिक है, तो पुनर्विकास के तहत मंदिर को उसकी वर्तमान जगह के डेढ़ गुना क्षेत्रफल में स्थानांतरित किया जाए.