बच्चों की परवरिश करना आसान काम नहीं है। माता-पिता को न सिर्फ प्यार और अनुशासन के बीच संतुलन बनाना पड़ता है, बल्कि उन्हें सही-गलत का फर्क समझाने और दुनिया की चुनौतियों से सामना करने के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी भी निभानी होती है। कई बार इस प्रक्रिया में अभिभावक तनावग्रस्त और निराश भी हो जाते हैं।
इसी समस्या को हल करने के लिए दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी ने अच्छे पैरेंट्स बनने की ट्रेनिंग देने का फैसला किया है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से माता-पिता को सिखाया जाएगा कि बच्चों की मानसिक स्थिति को कैसे समझें, विपरीत परिस्थितियों में कैसे व्यवहार करें और कैसे उन्हें एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करें।
पैरेंटिंग ट्रेनिंग में क्या सिखाया जाएगा?
- बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना
- तनावपूर्ण परिस्थितियों में संयम बनाए रखना
- बच्चों में नैतिक मूल्यों और आत्मनिर्भरता का विकास
- अच्छे माता-पिता बनने के व्यावहारिक तरीके
दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. धनंजय जोशी के अनुसार, यह एक डिप्लोमा कोर्स होगा, जिसमें माता-पिता को व्यावहारिक और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से पैरेंटिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी।
अभिभावकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल
यह कदम उन माता-पिता के लिए बेहद फायदेमंद होगा जो अपने बच्चों की परवरिश को लेकर चिंतित रहते हैं। यह प्रशिक्षण उन्हें बेहतर पैरेंटिंग स्किल्स प्रदान करेगा, जिससे वे अपने बच्चों की परवरिश धैर्य, समझदारी और सकारात्मकता के साथ कर सकें।