नाशिक जिला सत्र न्यायालय द्वारा कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे को दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधायकी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग तेज कर दी है और इस मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाया है।
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि न्यायालय के आदेश की प्रति प्राप्त होने के बाद ही आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल, न्यायालय के फैसले की आधिकारिक प्रति का इंतजार किया जा रहा है।
कोकाटे पर सरकारी फ्लैट पाने के लिए फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत करने का आरोप था, जिसकी सुनवाई नाशिक जिला सत्र न्यायालय में हुई। कोर्ट ने उन्हें दोषी मानते हुए दो साल जेल की सजा सुनाई। यह सजा उनके राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकती है, क्योंकि जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत यदि किसी विधायक को दो साल या अधिक की सजा होती है, तो उसकी सदस्यता समाप्त हो सकती है।
अब इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष का फैसला और उच्च न्यायालय में संभावित अपील पर सबकी नजरें टिकी हैं। विपक्ष ने मांग की है कि कोकाटे को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए, जबकि उनके समर्थकों का कहना है कि वे कानूनी लड़ाई जारी रखेंगे।