प्रयागराज : महाकुंभ में लगातार भीड़ के दबाव को देखते हुए प्रयागराज से पहली बार 200 डबल हेडेड इंजन (जिसमें एक इंजन आगे और एक इंजन पीछे होगा) वाली विशेष ट्रेनें चलेंगी. इनका संचालन शुरू कर दिया गया है. इसमें कानपुर के लिए 30, पं. दीन दयाल उपाध्याय के लिए 12, बांदा रूट पर आठ छिवकी से डीडीयू के लिए 8-8 ट्रेन चलाई गई. छिवकी से बांदा, नैनी से डीडीयू के लिए, इसके अलावा झांसी, अयोध्या के लिए भी ट्रेनों का संचालन बढ़ाया जा रहा है. महाकुंभके लिए रेलवे बोर्ड ने अतिरिक्त रेक भी प्रयागराज भेज दिया है. इससे अब प्रयागराज में 200 रेक हो गए हैं. पहले रेक की संख्या 125 थी. इन 200 रेकों में डबल हेडेड (दोनों तरफ) इंजन लगाए गए हैं, जिससे स्टेशन पर ट्रेन को बैक करने या इंजन बदलने में समय व्यय नहीं हो रहा. यह किसी आयोजन के लिए विशेष ट्रेनों के इंतजाम का बड़ा कीर्तिमान है. ये ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, छिवकी, नैनी, रामबाग, झुंसी, प्रयाग व फाफामऊ से चलाई जा रही हैं. प्रयागराज से रिंग रेल का भी संचालन भी हो रहा है. जो प्रयागराज से अयोध्या और काशी, चित्रकूट आदि धार्मिक शहरों को जोड़ रहा है. डबल हेडेड इंजन वाली सबसे ज्यादा ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन से चल रही हैं.