यह घटना महाराष्ट्र की राजनीति में एक हाई-प्रोफाइल ड्रामे की तरह सामने आई, जिसमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत के बेटे ऋषिराज सावंत के कथित अपहरण का मामला उठा। इस पूरे घटनाक्रम में राजनीतिक रसूख, प्रशासनिक शक्ति और रोमांच का अनोखा मिश्रण देखने को मिला।
सोमवार को अचानक यह खबर सामने आई कि ऋषिराज सावंत गायब हो गए हैं, जिससे राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई। तानाजी सावंत ने अपने बेटे के अपहरण की आशंका जताई और पूरे प्रशासन को उसकी तलाश में जुटा दिया। लेकिन जल्द ही सच्चाई कुछ और ही निकली। ऋषिराज का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि वह अपने दोस्तों के साथ चार्टर्ड फ्लाइट से बैंकाक रवाना हो चुके थे।
यह खबर मिलते ही तानाजी सावंत ने अपनी पूरी राजनीतिक ताकत झोंक दी और उड़ान में ही फ्लाइट को वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया। पहले विमान को चेन्नई में उतारा गया, फिर सोमवार की रात ऋषिराज सावंत को लेकर यह फ्लाइट पुणे लौट आई।
इस पूरे घटनाक्रम ने प्रशासनिक तंत्र और राजनीतिक शक्ति के इस्तेमाल पर कई सवाल खड़े किए हैं। क्या यह सत्ता के प्रभाव का दुरुपयोग था, या फिर एक पिता की अपने बेटे के प्रति चिंता? इस घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है।