मुंबई : सोशल एक्टिविस्ट अंजलि दमानिया का महायुति सरकार में कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे के खिलाफ हमला जारी है. मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली महायुति सरकार में कृषि मंत्री रहते हुए मुंडे ने करीब 245 करोड़ रुपए का घोटाला किया. दमानिया ने खुलासा करते हुए दावा किया कि राज्य के किसानों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत सीधे बैंक खाते में पैसे भेजने की बजाय उन्हें उपकरण और फर्टिलाइजर अधिक कीमत पर खरीद कर दिए गए. जबकि 2016 में ही केंद्र सरकार ने किसानों को डीबीटी के जरिए ही योजनाओं का लाभ देने का निर्देश दिया था. मैंने जो आरोप लगाए हैं उनके लिए मैं सारे सबूत पेश किए हैं. उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व डिप्टी सीएम अजीत पवार को तुरंत धनंजय मुंडे को कैबिनेट से बर्खास्त कर देना चाहिए महायुति सरकार में मुंडे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री हैं. इससे पहले बीड के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामले को लेकर भी दमानिया ने मुंडे के इस्तीफे की मांग की है. दमानिया के मुताबिक तत्कालीन कृषि मंत्री मुंडे ने तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार से किसानों को सामान देने के लिए टेंडर जारी करने की अनुमति मांगी थी. पवार ने इस पर अपनी स्वीकृति प्रदान की. तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डीबीटी लिस्ट से कुछ सामानों को हटाने की मंजूरी दी, जबकि नियमों के मुताबिक उनके पास ऐसा करने का अधिकार नहीं था.