भारत में बजट और टैरिफ वॉर के असर से शेयर बाजार और रुपया गिरे
भारत में शनिवार को पेश किए गए मोदी 3.0 के पहले बजट और उसी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वॉर का असर सोमवार को पहले कारोबारी दिन नजर आया। एक ओर जहां शेयर बाजार में तगड़ा गिरावट आई, वहीं भारतीय करेंसी रुपया भी डॉलर के मुकाबले गिरने का नया रिकॉर्ड बना गया। अब रुपया 87.29 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है, जो भारतीय मुद्रा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान 700 अंक से ज्यादा फिसल गया और एनएसई निफ्टी शुरुआती दौर में 250 अंक के आसपास टूट गया। कारोबारी दिन के अंत तक सेंसेक्स 319 अंक टूटकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी लुढ़ककर 23,261 पर आ गया। छोटे और मझोले शेयरों में निवेशकों को अधिक नुकसान हुआ। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.89 फीसदी गिरा, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.77 फीसदी की गिरावट आई।

इस गिरावट के कारण शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति में भारी कमी आई, और सोमवार को 4 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक का नुकसान हुआ। बजट और वैश्विक आर्थिक हालात की अनिश्चितता के कारण भारतीय बाजार में दबाव देखने को मिला है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय भारतीय बाजार में कड़ी चुनौतियाँ हैं, और अगले कुछ दिनों में इन घटनाओं का असर और भी गहरा हो सकता है। निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि बाहरी आर्थिक कारकों के कारण बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।