महाराष्ट्र सरकार का एआई आधारित कृषि सुधार योजना का ऐलान, किसानों के लिए नई उम्मीद
महाराष्ट्र सरकार ने कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के इस्तेमाल पर जोर देने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य किसानों की उत्पादन क्षमता बढ़ाना और उनकी उत्पादन लागत कम करना है। सोमवार को उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें कृषि विभाग को सहकारिता विभाग के साथ समन्वय कर इस परियोजना की तकनीकी और वित्तीय व्यवहार्यता की जांच करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे, कृषि राज्य मंत्री आशीष जायसवाल, सहकारिता राज्य मंत्री डॉ. पंकज भोयर, अखिल भारतीय अंगूर उत्पादक संघ के अध्यक्ष कैलास पाटील, योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजगोपाल देवड़ा समेत कई अधिकारी और किसान प्रतिनिधि मौजूद थे।
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस मौके पर कहा कि एआई का उपयोग हर क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है, और कृषि क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रह सकता। उन्होंने बताया कि एआई के जरिए कृषि उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है, जिससे किसानों को लाभ होगा और उनकी लागत में भी कमी आएगी।
राज्य सरकार का यह कदम किसानों को नई तकनीक के जरिए कृषि में सुधार के अवसर प्रदान करेगा। एआई के उपयोग से कृषि कार्यों को अधिक सटीक और कुशल बनाया जा सकेगा, जो किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित होगा। यह पहल राज्य के कृषि क्षेत्र के लिए एक नई दिशा हो सकती है।
