मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से अपना मोहभंग व्यक्त किया है और इसके लिए उन्होंने पार्टी के खिलाफ कड़ी आलोचना की है। मुंबई में अपनी पार्टी की एक विशेष बैठक में बोलते हुए, राज ठाकरे ने बीजेपी पर भ्रष्टाचार के आरोपियों को अपनी पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एक समय बीजेपी ने उन नेताओं को सलाखों के पीछे डालने की बात की थी, जो करोड़ों रुपये के घोटालों में शामिल थे, लेकिन अब उन्हीं नेताओं को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया है।
राज ठाकरे ने यह भी कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति में मनसे का समझौता न होने से वे आहत हैं। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया था, यह उम्मीद करते हुए कि इससे मनसे को विधानसभा चुनाव में लाभ मिलेगा। हालांकि, विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए यह उम्मीदें ध्वस्त हो गईं, क्योंकि मनसे ने 100 से ज्यादा उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन किसी भी उम्मीदवार को जीत नहीं मिली। यहां तक कि राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे भी माहिम विधानसभा सीट से चुनाव हार गए, जो उनके लिए एक बड़ा धक्का था।

यह स्थिति राज ठाकरे के लिए निराशाजनक रही, और उन्होंने बीजेपी से अपनी नाखुशी जाहिर की। उनका मानना था कि बीजेपी ने अपने चुनावी वादों से मुंह मोड़ा है, और उनकी पार्टी के लिए उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया है। राज ठाकरे का यह बयान बीजेपी और उनके समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, और यह राजनीति में नए समीकरणों को जन्म दे सकता है।