सोने की कीमतों में एक बार फिर जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता, केंद्रीय बैंकों की नीतियां और निवेशकों की बढ़ती रुचि के कारण सोने की कीमतें लगातार नए उच्चतम स्तर पर पहुंच रही हैं। भारतीय बाजार में भी सोना महंगा हो गया है और निवेशकों के लिए एक आकर्षक संपत्ति बना हुआ है।
सोने की कीमतों में उछाल के कारण
- अंतरराष्ट्रीय कारक – अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां, डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने की मांग में तेजी आई है।
- बढ़ती महंगाई – महंगाई से निपटने के लिए सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ी है।
- केंद्रीय बैंकों की खरीद – कई देशों के केंद्रीय बैंक अपने भंडार में सोने की मात्रा बढ़ा रहे हैं, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
- शेयर बाजार में अस्थिरता – स्टॉक मार्केट में गिरावट आने पर निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर रुख करते हैं, जिससे सोने की कीमतों में इजाफा होता है।
वर्तमान दरें और निवेश पर असर
इस समय भारतीय बाजार में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम ₹63,000 के पार पहुंच गया है, जबकि चांदी भी ₹75,000 प्रति किलोग्राम के करीब कारोबार कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
सोने में निवेश करने के इच्छुक लोगों के लिए यह सही समय हो सकता है, लेकिन उन्हें बाजार की गतिशीलता पर नजर रखनी चाहिए। डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड बॉन्ड भी निवेश के लिए अच्छे विकल्प हो सकते हैं।