मुंबई : ईडी की मुंबई इकाई ने एक रैकेट के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत, मुंबई और ठाणे में छापेमारी की और 1 करोड़ रुपये की चल संपत्ति जब्त की है. इस रैकेट पर अवैध तरीके से 10,000 करोड़ रु. से अधिक मूल्य की विदेशी राशि भेजने का आरोप है. जांच एजेंसी का दावा है कि कंपनी फार्म करने और ट्रांसजेक्शन दिखाने के लिए आरोपियों ने कुछ चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी शामिल किया है, उनकी भी जांच चल रही है. ईडी की जांच से अब तक पता चला है कि, आरोपी व्यक्तियों ने कथित तौर पर 98 फर्जी साझेदारी फर्म यानी 12 प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां बनाई थीं. उनके नाम पर 269 बैंक खाते खोले थे, ताकि उनके जरिए इस तरह के अवैध वित्तीय लेन-देन को अंजाम दिया जा सके. तलाशी अभियान में आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) एंट्री ऑपरेटरों के एक नेटवर्क का पता चला है. जो कथित तौर पर साझेदारी फर्मों के बैंक खातों में आरटीजीएस प्रविष्टियों की व्यवस्था करते थे. यह काम ऐसी फर्जी संस्थाओं के बैंक खातों की लेयरिंग करके किया जाता था, ताकि फंड की उत्पत्ति को छुपाया जा सके.